Getting My गोलगप्पे खाने के ये 5 फायदे जानकर आप भी हो जाएंगे हैरान To Work
गुजरात - यहां इसे पकौड़ी कहते हैं। इसमें भरने के लिए सेव और प्याज का इस्तेमाल किया जाता है। जो इसके टेस्ट को बिल्कुल बदल देता है।
इस बार गणतंत्र दिवस में बहुत कुछ रहा खास, जानें परेड में क्या हुआ पहली बार
सात महीने की गर्भवती महिला ने बीच आसमान में दिया बच्चे को जन्म, टोक्यो से दुबई जा रही थी फ्लाइट
दिल एक मशीन की तरह होता है, जो खून को पंप करने का काम करता है। इस कामकाज को सही रखने के लिए पोटैशियम जरूरी होता है। अमरूद शरीर को पोटैशियम की काफी मात्रा देता है और एनसीबीआई के मुताबिक, गंदा कोलेस्ट्रॉल कम करने में मदद करने वाला फाइबर भी देता है। इसलिए दिल को स्वस्थ बनाने के लिए अमरूद खाना चाहिए।
वयस्कों के अनुभव और मार्गदर्शन से घर के सभी सदस्यों को लाभ होगा। बच्चों को अपने बुजुर्गों से व्यवहार करते समय मर्यादा में रहना चाहिए। उनका बचपना वयस्कों को दुखी कर सकता है। विद्यार्थियों के लिए अच्छा दिन है। वे बौद्धिक विषयों पर दोस्तों के साथ पूरे आत्मविश्वास के साथ प्रतिस्पर्धा करेंगे। जो लोग एक…
हेल्थ देखते ही खरीद लें ये हरी साग ब्लड शुगर- कोलेस्ट्रॉल लेवल समेत काबू में रहेंगे ये रोग
मीन राशि के जातक कलात्मक विचारों के होते हैं। मीन राशिफल के अनुसार, कला, संगीत, साहित्य लेखन जैसे विषय मीन राशि वालों के प्रिय विषय होते हैं। यदि शिक्षा क्षेत्र में जातक इन विषयों का चुनाव करते हैं तो जातक अधिक सफलता प्राप्त होती है। इसके अलावा इन्हें फोटोग्राफी, ज्योतिष, सामुद्रिक शास्त्र, अंकशास्त्र तथा लाइब्रेरी…
जब आप चिकन धो रहे होते हैं, तो इन जीवाणुओं वाले मांस से रस रसोई में फैल सकता है और सीडीसी वेबसाइट के अनुसार अन्य खाद्य पदार्थ, बर्तन और काउंटरटॉप्स को दूषित कर सकता है.
जब हम गोलगप्पे खाने की बात करते है तो हर किसी के मुंह में पानी तो जरूर आ जाता है। यह एक ऐसी डिश है, जिसे न सिर्फ मुंह के टेस्ट को बदलने के लिए बल्कि आपके सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद होता है। गली-कूचे,शहर-गांव और हर चौराहों पर मिलने वाले गोलगप्पा यदि सीमित मात्रा और सही समय पर खाया जाए
अपने यहां लोग स्ट्रीट फूड खाने के बहुत शौक़ीन होते है। अगर हम बोले स्ट्रीट फूड में सबसे ज्यादा फेमस गोलगप्पे है तो ये गलत नहीं होगा। क्योंकि इसका जलवा हर शहर में है। किसी जगह ये पानी के बताशे नाम से जाना जाता है तो कही इसे पुचके भी कहते है। लेकिन इस गोलगप्पे को लेकर सबसे बड़ी बात ये है कि इसे ज्यादातर लड़कियां को बहुत पसंद करती हैं। लेकिन मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर के भगत गोलगप्पे वाले महिलाओं को गोलगप्पे ही नहीं खिलाते है। ये कोई मजाक नहीं है एकदम सच बात है। और साथ में इस दुकान पर read more गोलगप्पे खाने के लिए आपको अपना आधार कार्ड भी दिखाना होगा तभी कुछ हो पाएगा।
शेफ कुणाल कपूर का कहना है कि एक समय शाहजहां के शासनकाल में दिल्ली और यूपी में हैजा फैला था। हैजा एक ऐसी बीमारी थी जो गंदा पानी पीने से फैलती थी। तब साफ सफाई का विषेश ध्यान रखने के लिए कहा गया और सभी को पानी उबालकर पीने की सलाह दी जा रही थी। लेकिन उबला हुआ पानी पीने में बहुत बेस्वाद लगता था और उसे ही स्वाद देने के लिए पानी में मसाले डाले गए। मीठा डाला गया और खट्टा आदि डालकर उसे पीने लायक बनाया गया। यहीं से पानीपुरी का इजाद हुआ। यह भी कहा जाता था कि अगर पानी के अंदर आप तरह-तरह के मसाले डालकर पिएंगे तो शरीर के अंदर जितने भी बैक्टीरिया है, बीमारियां हैं वे सब मर जाएंगी। यही वजह थी कि पानी में हींग, धनिया डालने लगे। अब उस पानी को खाली पीने के बजाए उसे गोलगप्पों के अंदर भरकर खाना शुरू किया गया गया और यहीं से हमारे टेस्टी टेस्टी गोलगप्पों की शुरूआत हुई। है ना इंटरस्टिंग!
This Site takes advantage of cookie or similar systems, to enhance your browsing working experience and supply personalised tips. By continuing to work with our Internet site, you agree to our Privacy Policy and Cookie Coverage.Accept
अगर गोलगप्पे खाने के तुरंत बाद आप पेट में जलन आदि महसूस करते हैं तो यह इस बात की निशानी है कि पानी में टार्टरिक एसिड, एसिटिक एसिड व रंग के लिए गाढ़े एसेंस का प्रयोग किया गया है।
रैंप पर ढाती हैं कहर, खूबसूरती से कर देती हैं मदहोश, इस मॉडल की कमाई जानकर उड़ जाएंगे होश